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Title:
Strivad Aur Olga Ka Sahitya
Description:
ओल्गा और मैं एक ही नगर में रहती हैं। क़रीब दो दशकों से उनके साहित्य को पढ़ रही हूँ, कुछ लिख भी रही हूँ। स्त्री के प्रति उनके सरोकार से प्रभावित भी हूँ। ओल्गा केवल स्त्रीवादी रचनाकार मात्र नहीं। समाज में दलित और स्त्री को क़रीब से ज़ाननेवाली Activist हैं। पहले वे साम्यवादी विचारधारा से प्रभावित होकर उसकी सक्रिय सदस्य रहीं।