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Title:
Jaati Unmulan
Authors:
Description:
जातिवाद ईंट-गारे की कोई दीवार या कांटेदार तारों की घेराबंदी नहीं है जो लोग को आपस में मिलने से रोकती हो और जिसको गिरा देने से बाधा दूर हो जाएगी। यह तो एक धारणा अर्थात मानसिक स्थिति है। अतः जातिवाद की समाप्ति का अभिप्राय किसी भौतिक पदार्थ का अस्तित्व मिटाना नहीं, वरन धारणा अर्थात भावनात्मक परिवर्तन से है।’