This is an ebook only and can't be downloaded and printed.
Add To BookRack
Title:
Shabd aur Sapne
Description:
“याज्ञवल्क्य से बहस” और “मोनालिसा की आँखें” के बाद यह नया संकलन “शब्द और सपने” (जिसमें इन दोनों संकलनों कुछ रचनाएं तो शामिल हैं ही, साथ ही नई कविताएं भी हैं।) को आप सुधी पाठकों को सौंपते हुए एक गजब अनुभूति हो रही है, कुछ वैसी ही अनुभूति जो उस जल को होती होगी जो घड़े से निकल किसी बिरवा को सींच रहा होता है, किसी बेल की जड़ में समा रहा होता है...जो जल से जीवन में परिणत हो रहा होता है...