Narendar Pundrik

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About Author

समकालीन हिन्दी कविता के महत्वपूर्ण कवि।

जन्म: 15 जुलाई, 1953, बांदा, ग्राम-कनवारा, केन किनारे बसे गाँव में।

कविता संकलन: नंगे पाँव का रास्ता (1992), सातों आकाशों की लाड़ली (2000), इन्हें देखने दो इतनी ही दुनिया (2014), इस पृथ्वी की विराटता में (2015) इन हाथों के बिना (2018), केरल राज्य सरकार की केरल पाठावली हाईस्कूल के पाठयक्रम में कविता शामिल (2016)।

आलोचना: साहित्य: सर्वण या दलित (2010), मेरा बल जनता का बल है, 2015 (केदारनाथ अग्रवाल के कृतित्व पर केंद्रित)

कविता संकलन: नंगे पाँव का रास्ता (1992), सातों आकाशों की लाड़ली (2000), इन्हें देखने दो इतनी ही दुनिया (2014), इस पृथ्वी की विराटता में (2015) इन हाथों के बिना (2018), केरल राज्य सरकार की केरल पाठावली हाईस्कूल के पाठयक्रम में कविता शामिल (2016)।

सपादन: छाटे हाथ 2007, मेरे साक्षात्कार 2009, चुनी हुई कविताऐं (केदारनाथ अग्रवाल) 2011, केदार: शेषअशेष 2011, कविता की बात 2011, उन्मादिनी 2011, कहानी संग्रह (केदारनाथ अग्रवाल), प्रिये-प्रियमन 2011 (केदारनाथ अग्रवाल और उनकी पत्नी के पत्र), आराधक, योद्धा और श्रमिकजन-2011, कविता का लोक आलोक-2011 केदारः शेष-अशेष भाग-2 (2014), ओ धरा रुको जरा, पाब्लो नेरुदा की कविताओं का अनुवाद, केदारनाथ अग्रवाल (2009)। केदारनाथ अग्रवाल की विविध् बिंबधर्मी कविताओं का चयन कर 6 काव्य पुस्तिकाओं का संपादन। चुनी हुई कविताएँ, केदार: शेष-अशेष, शंकराचार्य विश्वविद्यालय कालड़ी में एम.ए. हिंदी में शामिल (2017)।

संप्रति: केदार स्मृति शोध संस्थान बांदा के सचिव, 'माटी' पत्रिका के प्रधान संपादक एवं केदार सम्मान, डॉ. रामविलास शर्मा आलोचना सम्मान एवं महेश अंजुम युवा कविता सम्मान के संयोजक।

संपर्क: डी.एम. कॉलोनी (पहली गली), सिविल लाइन, बांदा-210001 (उ. प्र.)

मो.: +91-94501 69568,ई-मेल: pundriknarendr549k@gmail.com