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Title:
Tum Kaun
Description:
तुम कौन’ रमणिका जी की अन्य रचनाओं से कई मायनों में भिन्न हैं। रमणिका जी की ये कविताएं न तो सामाजिक परिवर्तन में हथियार की तरह इस्तेमाल होने वाली हैं और न ही यहां वर्ग या वर्ण-संघर्ष के लिए लेखन का बारुदी इस्तेमाल हुआ है, जैसा कि ये पिछले दो दशकों से दलित आदिवासी व स्त्री लेखन में करती आई हैं। कवयित्री की ये भावनावादी कविताएं समष्टि के साथ तदाकार का प्रयास हैं।