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Title:
Bawra Aheri Agey Kavy Vivechan
Description:
साधु भाषा की खोज, अभिव्यक्ति क्षमता में निखार की दृष्टि से, ‘इत्यलम्' से 'हरी घास पर क्षण भर' तक, अज्ञेय की काव्य-यात्रा में पहला पड़ाव है । यह अज्ञेय की स्वीकारोक्ति है और इसकी व्याख्या यथा-प्रसंग की जा चुकी है । इसके बाद 'अरी ओ करुणा प्रभामय' को अज्ञेय ने भाषा और संवेदना के विकास की दृष्टि से, दूसरा पड़ाव या मंजिल माना है ।