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Title:
Sahitya Aur Manveey Samvedana
Description:
प्राचीनकाल से ही मनुष्य अपनी कलात्मक संवेदनाओं को भिन्न-भिन्न कलाओं के माध्यम से दर्शाता आ रहा है और दर्शाता रहेगा। चूँकि सृजनशीलता मनुष्य की चेतना का प्रमुख तत्व है। जब-जब संवेदनशील मनुष्य को अपने समय की परिस्थितियों ने आंदोलित किया है तब-तब उसने कलाओं द्वारा उन्हें रेखांकित किया है। विपरीत परिस्थितियों में मनुष्य की कला-चेतना कभी भी नहीं हारी, न हार जाएगी।