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Title:
Kabira Jo Bachega Kaise Rachega
Description:
मुज़फ्फरपुर के बाद जबलपुर नई दुनिया...फिर मेरठ हिन्दुस्तान में...फिर कानपुर...बाइस साल बाद लखनऊ में...फिर वही हिन्दुस्तान...तब तक अख़बारी काम और लिखने-पढ़ने में ही इस क़दर मशगूल रहा कि अपने लिखे को कभी संकलित करने का विचार ही नहीं आया...अत: जो थोड़ा-बहुत बचा पाया वो अशोक जी और बड़ी बहन कनु की प्रेरणा से पुस्तक रूप में प्रस्तुत कर पाया हूँ...आशा है कि पत्रकारिता की नयी पौध को एक नयी समझ दे पाऊँगा...