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Title:
Hariyanvi Jhalak
Description:
काव्‍य संग्रह. खान मनजीत भावड़ियां मजीद ने 'हरियाणवी झलक' में हरियाणा के हालात को केंद्र बिंदु में रखा है ऐसा प्रतीत होता है कि कवि ने हरियाणवी परिवेश को गहराई से देखा हो समझा हो। रचनाओं में जरूर थोड़ा सा कच्चा-पक्कापन है बावजूद इसके अपनी रचनाओं में समाज के ठोस विषयों को उठाया है। नारी के हालात पर कवि काफी चिंतित नजर आते दिखाई दे रहें है। 'नारी बिना नर का अस्तित्व कित बचै सै' नारी को समानता का दर्जा दिलवाने की अपील करते हुए दिख रहे है। बेरोजगारी महंगाई अनपढ़ता से समाज पर क्या असर पड़ रहा है। कवि ने अपनी कविताओं के माध्यम से बताने का प्रयास किया है।