This is an ebook only and can't be downloaded and printed.
Add To BookRack
Title:
Hansraj Singh Sardar
Description:
क्रांतिकारी हंसराज सिंह "सरदार" जो कि रात के अँधेरे से डरते थे किन्तु स्वयं द्वारा एक अलग राह चुनने के कारण रात-रात अंग्रेजों से छिपकर उन्हें भागना पड़ा । श्मशान तक में रात बितानी पड़ी। देश आजाद हो गया तो ये क्रांतिकारी देशभक्त कहलाये। आजादी से पहले की सरकार की दृष्टि में अपराधी थे क्योंकि उस समय के कानून तोड़ते थे। अंग्रेज सरकार द्वारा हंसराज सिंह “सरदार” पर कई मुकदमें चलाये गये। 38 साल की कैद सजा सुनाई गई। जब देश आजाद हुआ तब ससम्मान रिहा किये गए।