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Title:
Sahitya ka itihas darshan
Description:
प्रस्तुत पुस्तक के पहले दो अध्यायों में आचार्य रामचंद्र शुक्ल और आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी के इतिहास दर्शन के परिप्रेक्ष्य में नई साहित्यिक समस्याओं पर विचार किया गया है । बाद के दो अध्याय दलित साहित्य और स्त्री साहित्य के इतिहास दर्शन की समस्याओं पर केंद्रित हैं । हिंदी साहित्य का इतिहास और आधुनिक साहित्य के नए सवालों को समझने के लिए यह पुस्तक शिक्षकों और छात्रों के लिए बेहद उपयोगी है।