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Title:
Dada Ke Patra Poti Ke Naam
Description:
2008 में ही 'दादा के पत्र: पोती के नाम' एक किताब लिखना शुरू तो किया पर कतिपय कारणों से कुछ-कुछ ऐसा होता गया, जैसा एक अच्छे काम को अंजाम देने में मुश्किलें आती हैं। उन सारी जटिलताओं से उबरने के बाद आज 2010 में मेरी यह स्थिति बन रही है कि मैं यह कह सकूँ कि इस किताब में क्या सब है! क्यों है?-तो इसमें खुलापन है।उन सारी घटना-दर-घटना को 'दादा के पत्र : पोती के नाम' में कलम बन्द किया गया है।