सुपरिचित कथाकार सुभाष चन्द्र कुशवाहा का जन्म 26 अप्रैल 1961 को हुआ था। ‘आशा’ (1994), ‘कैद में है जिन्दगी’ (1998), दोनों कविता-संग्रहों के बाद ‘हाकिम सराय का आखिरी आदमी’ (2003) और ‘बूचड़खाना’ (2006) कहानी-संग्रह प्रकाशित। गजल-संग्रह ‘गाँव हुए बेगाने अब’ (2004) के अलावा संपादित पुस्तकें - ‘कथा में गाँव’(2006), ‘जातिदेश की कहानियाँ’(2009) कथा-संचयन और लोक-संस्कृतियों के निरूपण से संबद्ध ‘लोकरंग-1’ (2009) भी प्रकाशित। तमाम महत्त्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में कहानियों के अलावा कई महत्त्वपूर्ण लेख प्रकाशित। दूरदर्शन एवं आकाशवाणी केन्द्रों से रचनाएँ और भेंटवार्ताएँ प्रसारित। सृजन-सम्मान और प्रेमचंद स्मृति कथा सम्मान और परिवेश सम्मान से सम्मानित।