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Title:
Ganga Rajnitik Nadi Hai
Description:
वर्तमान संकट से उबरने और नए मिथ गढ़ने में गंगा का मिथक प्रमाण की तरह उपस्थित होकर हमारी मदद करता है क्योंकि गंगा के पांव जन जीवन में गहरे धंसे है। उनका जन्म लोक विश्वास से हुआ है। गंगा के तट पर कपिल ने प्रकृति और पुरूष के बीच संबंधो की एक नई परिभाषा दी थी। एक बार फ़िर उसे पारिभाषित करने का समय आ गया है।