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Title:
Skandgupt
Description:
इस नाट्‌य-रचना का आधार दो मन्तव्यों पर स्थिर किया गया है; जिनके सम्बन्ध में हमें कुछ कहना है-पहला यह कि उज्जयिनी का पर-दुःख-भंजक विक्रमादित्य, गुप्त-वंशीय स्कन्दगुप्त था और दूसरा यह कि मातृगुप्त ही दूसरा कालिदास था, जिसने 'रघुवंश' आदि काव्य बनाए ।