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Title:
Murdahiya
Authors:
Description:
मुर्दहिया सही मायनों में हमारी दलित बस्ती की जिंदगी थी। इस जिंदगी को मुर्दहिया से खोदकर बाहर लाने का पूरा श्रेय ‘तद्‌भव’ के मुख्य संपादक अखिलेश को जाता है। वे हमेशा मेरे सामने कलम के बदले फावड़ा लिये तैयार मिलते थे। सही अर्थों में मैंने उनके ही फावड़े से खोदकर ‘मुर्दहिया’ से अपनी जिंदगी को बाहर निकाला।