This is an ebook only and can't be downloaded and printed.
Add To BookRack
Title:
Sarvashreshth Dalit Kavitayein
Authors:
Description:
मुझे लगता है कि हिन्दी की समकालीन दलित कविता अपने दर्द भरे अतीत को आज के समय संदर्भों में रखकर विश्लेषित कर रही है, जो भविष्य की राह को हमवार करने का प्रयास ही है, अब दलित जनता और कवि यह जानने लगे हैं कि हमारी स्थिति को केवल राजनीतिक शक्ति ही बदल सकती है