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Title:
Nadia Udas Bahti Hai
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Description:
यदि नदियां नहीं होंगी तो नदियों पर ‘नदिया की पार’ जैसी कालजयी फिल्‍में कैसे बनेगी जो हर किसी के दिल से आज भी जुड़ी है। ना हीं नदियां किनारे कंगना हेरा पायेगा और ना हीं पनघट पर नंदलाल छेड़ पायेंगे। हमारे पूर्वजों का जल तर्पण और पिंडदान कैसे होगाॽ जिसके बिना कभी न मुक्‍त हो पाने की मिथक इस समाज में आज भी व्‍याप्‍त है। लेकिन नदियों के बिना हम जीवन से जरूर मुक्‍त हो जायेंगे।