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Title:
Pratinidhi Kavitayein
Description:
स्त्री रचनाकारों के बारे में कह सकते हैं कि ‘पर्सनल इज़ पोलिटिकल’ पर रमणिका जी के यहां इसका विलोम सत्य है।‘पोलिटिकल इज़ पर्सनल’ इन दोनों धु्रवान्तों के बीच इनकी कविताएं रोशनी का एक लक्ष्मण-झूला रचती हैं।हर व्यस्त व्यक्ति थोड़ा-सा मस्त होता है, थोड़ा-सा अस्त और थोड़ा-सा अस्त-व्यस्त भी!