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Title:
Raat Ka Ped
Description:
प्रयाग शुक्ल के इस तीसरे कविता-संग्रह तक आकर उनकी कविताओं की दुनिया पाठकों को और अधिक निकट की लगेगी क्योंकि ये कविताएँ स्वयं चीजों की और अधिक निकटता चाहती हैं। हमारे समय में मानवीय गरिमा और गरमाहट के लोप होते जाने से विचलित इन कविताओं का मन, चीजों और प्रकृति को खास तरह से देख रहा है।