This is an ebook only and can't be downloaded and printed.
Add To BookRack
Title:
Parmarath Ke Karne
Description:
नब्बे के दशक के मध्य की पृष्ठभूमि में घटता यह उपन्यास उन सत्रह-अठारह वर्ष के लड़के-लड़कियों के नवयौवन-काल की जीवन-सरिता के अगले साढ़े पाँच वर्षों के प्रवाह का चित्र खींचता है। हास-परिहास, प्रणय-प्रीति, संयोग-वियोग, आत्मीयता-मैत्री, स्नेह-साहाय्य, कुण्ठा-ईर्ष्या, करुणा-संवेदना जैसे कई भाव पाठकों को कथा के प्रवाह के साथ प्रकटते-मिटते दृष्टिगत होगे।