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Title:
Teesri Hatheli
Authors:
Description:
कुछेक कहानियाँ मैंने नहीं चरित्रों ने स्वयं कही है। उन्होंने अपने आप को खुद मुझे दे दिया है उस सीमा तक कि भाषा में चित्रित हो सकने का लेखकीय अधिकार उन्हें दे डालने के मोह ने मुझे समूचे का समूचा जकड़ लिया है। यह भी लगा उनकी अपनी एक मनस-काया है, जो अपने अनूठे अकेलेपन को स्वयं प्रमाणित कर सकती है, अतएव शिल्प के, सामान्यता या विश्वसनीयता के दुराग्रह में मैंने उन्हें छूने का यत्न नहीं किया है।