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Title:
Srijansheelta ka Sankat
Description:
आधुनिक युग का सार्थक चिन्तन और साहित्य भारतेन्दु के इस प्रेरक वक्तव्य से किसी न किसी स्तर पर जुड़ा रहा है। कोरो ज्ञान को तजने का तात्पर्य है ज्ञान की प्रकृति और क्षेत्र में जीवन-सापेक्ष परिवर्तन। यही सृजनशील संकट का स्रोत है। आधुनिक साहित्य में अनेक रूपों और स्तरों पर इस संकट का साक्ष्य मिलता है।